शनिवार की दोपहर, जब पुरानी दिल्ली का इलाका अपने सामान्य रफ्तार में चल रहा था, अचानक एक धमाके की आवाज़ ने सबको डरा दिया। लालकिले के पास खड़ी एक कार में जोरदार **ब्लास्ट** हुआ, और कुछ ही सेकंड में आसपास खड़ी दो और गाड़ियों में भी आग लग गई। पलभर में पूरा इलाका धुएं और अफरातफरी से भर गया।
लालकिले के पास का वो डरावना पल
मुझे वो जगह अच्छी तरह याद है — लालकिले के सामने की वो पार्किंग जहां हर दिन सैकड़ों गाड़ियां खड़ी रहती हैं। एक चायवाले ने बताया, “पहले लगा टायर फटा है, लेकिन धमाका इतना तेज था कि चारों तरफ धुआं ही धुआं हो गया।” वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह पास खड़ी गाड़ियों को हटाने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी तेज़ी से फैली कि तीन गाड़ियां जलकर खाक हो गईं।

धमाके के बाद मौके पर पहुँची फायर ब्रिगेड और पुलिस
थोड़ी ही देर में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंचीं। आग पर काबू पाने में करीब आधा घंटा लग गया। पुलिस ने इलाके को पूरी तरह से घेर लिया और जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक ब्लास्ट किसी सिलेंडर या कार के फ्यूल सिस्टम में शॉर्ट सर्किट के कारण भी हो सकता है, लेकिन फिलहाल अधिकारी हर एंगल से जांच कर रहे हैं।
लोगों में दहशत, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
आसपास के दुकानदारों और राहगीरों ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। कुछ ही मिनटों में “लालकिला ब्लास्ट” ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। वीडियो में साफ दिखता है कि कैसे एक खड़ी कार में अचानक आग भड़कती है और फिर एक के बाद एक दो और गाड़ियां जलने लगती हैं।
दिल्ली में हाल के दिनों में बढ़ी ऐसी घटनाएं
दिल्ली में पिछले कुछ महीनों में गाड़ियों में **ब्लास्ट** या आग लगने की घटनाएं बढ़ी हैं। मुझे याद है, दो महीने पहले ही द्वारका में एक SUV में ऐसा ही हादसा हुआ था जब इंजन ओवरहीट होकर फट गया था। सवाल यह है कि आखिर ऐसी घटनाएं क्यों बढ़ रही हैं? क्या ये सिर्फ खराब मेंटेनेंस का मामला है या ईंधन की क्वालिटी भी इसमें भूमिका निभा रही है?
व्यक्तिगत नज़रिए से – एक चेतावनी सबके लिए
मैं हमेशा यही कहता हूं कि हमारी कारें सिर्फ मशीन नहीं, चलते-फिरते रिस्क भी हैं अगर उनकी ठीक से देखभाल न की जाए। कई बार मैंने सर्विस सेंटर पर देखा है कि लोग गैस किट, वायरिंग और बैटरी को “चलने दो” वाले रवैये से छोड़ देते हैं। यही छोटी लापरवाहियां बड़े हादसों का कारण बनती हैं।
अभी जांच बाकी है, लेकिन सबक बड़ा है
फिलहाल दिल्ली पुलिस फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है। लेकिन चाहे वजह जो भी निकले, यह घटना हमें एक बात साफ सिखाती है — हर वाहन मेंटेनेंस, फ्यूल सिस्टम की जांच और पार्किंग सेफ्टी को कभी हल्के में न लें।
क्योंकि हादसा बताकर नहीं आता, और जब आता है तो सिर्फ एक पल में सब कुछ बदल देता है।


